तुम जो चली गई हो अब, हर दिन तुम्हारा वहीं इतंजार करता हूं ! तुम जो चली गई हो अब, हर दिन तुम्हारा वहीं इतंजार करता हूं !
दिल से समर्पित यह कविता उनके लिएजो अमूल्य है मेरे लिए, अमूल्य इस दुनिया के लिएशिक्षक जो है धरती का स... दिल से समर्पित यह कविता उनके लिएजो अमूल्य है मेरे लिए, अमूल्य इस दुनिया के लिएशि...
संसार के कुरुक्षेत्र में धर्म पताका लहराती है, आत्मविश्वास से I संसार के कुरुक्षेत्र में धर्म पताका लहराती है, आत्मविश्वास से I
तन्हाई के लिखे ख़त...। तन्हाई के लिखे ख़त...।
नोटिफिकेशन टोन नहीं डाकिये की घंटी सुनना चाहता हूं। तो कभी मैसेज पैक नहीं स्टाम्प टिकट खरीदना चा... नोटिफिकेशन टोन नहीं डाकिये की घंटी सुनना चाहता हूं। तो कभी मैसेज पैक नहीं स्...
आँखों से पैग़ाम, लिखा करती थी... आँखों से पैग़ाम, लिखा करती थी...